The Man Who Had Slept in a Public Bathroom, but Later Became a Multi-Millionaire

DAY 3


ये स्टोरी है एक ऐसे व्यक्ति के जीवन पर आधारित है जिसे अपने बेटे के साथ एक रात पब्लिक टॉयलेट में तक बितानी पडी।  लेकिन बाद में वही आदमी एक मल्टी मिल्लीनियर बना।  

वह समय उसके लिए इतना बुरा था की उस समय के बारे मै कोई सोच भी नहीं सकता।  ये उस समय की  बात है जब वो एक सेल्स मेन था। जो की मेडिकल इक्विपमेंट को बेच कर अपना घर चलाता था जिससे वो घर का किराया देता और घर का राशन चलाता। अगर किसी महीने वो उन इक्विपमेंट को नहीं बेच पता था तो वो उस महीने घर का किराया भी नहीं दे पाता था। उसकी बीवी जो की एक कंपनी में काम करती थी एक वर्कर के रूप में।  वे  दोनों ही बहुत मेहनत करते और अपने 5 साल के बेटे को सारी खुशिया देना चाहते थे।  लेकिन किस्मत कँहा मानने वाली थी उन्हें फिर भी कई  तकलीफ़ो का सामना करना पड़ता था।  और इसके चलते उसकी बिवी ने भी उससे अलग होने का निश्चेय कर लिया और वो उसे छोड़ कर चली गयी।  तब उसके पास उसका बेटा और वो अकेले ही रह गया।  लेकिन उसने हार नही  मानी और मेहनत करता रहा।

एक दिन वो रस्ते से जा रहा था की तभी उसके सामने एक कार रुकी। उसमे से एक आदमी उतरा तो उससे रहा नहीं गया और उसने उससे  पूछ ही लिया ? आप क्या करते हो और ये कार कैसे खरीदी।  तो उस आदमी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया की वो एक स्टॉक ब्रोकर है और वो कार उसने मेहनत के पेसो से खरीदी है। इतना सुनते ही उसने सोच लिया की वो भी एक स्टॉक ब्रोकर बनेगा।

ये उसके जीवन का टर्निंग पॉइंट था जब उसने कहा कि वो भी स्टॉक ब्रोकर बनेगा।  और अगले ही दिन वो उस स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी मै पहुँच गया।  वँहा जाकर वो उस आदमी से मिला जो की उसे रस्ते में मिला था और उससे बोला की उसे भी स्टॉक ब्रोकर बनना है। तो पहले तो वो आदमी उस पर हँसा और बोला  तुम ये नहीं कर सकते हो लेकिन वो कँहा मानने वाला था उसने उससे रेक़ुएस्ट की और बोला की उसे भी स्टॉक ब्रोकर बनना है।  तब उसकी बात को सुनकर उस आदमी ने अपने सीनियर्स से उसे मिलाया। तो उसको उसके सीनियर्स ने कहा की उसे पहले उस कंपनी मै 6 महीने की इंटर्नशिप करनी होगी और जिसके लिए उसे कोई भी पैसा नहीं मिलेगा। और आखिर मै उसे एक एग्जाम भी देनी होगी। उस एग्जाम में कई सारे लोग होंगे और जिसके सबसे ज्यादा नंबर होंगे। वो उसे स्टॉक ब्रोकर बनायेगे। ये सुनकर तो उसके होश ही उड़ गए। उसने उस समय कुछ नहीं कहा और चला गया। और वह रात भर सोचता रहा की वो क्या करे एक तरफ तो उसका वो सपना है जिसे उसे पूरा करना है और दूसरी तरफ उसका बेटा जिसकी उसे देखभाल भी करनी है उसके लिए पैसे भी जरुरी है। तब बहुत सोचने के बाद उसने निश्चेय किया की वो स्टॉक ब्रोकर की इंटर्नशिप करेगा।

और दूसरे ही दिन वो उस स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी मै इंटर्नशिप के लिए पहुँच गया जंहा उसके अलावा और भी बहुत सारे लोग थे जिन्हे भी स्टॉक ब्रोकर बनना था। उस ट्रैंनिंग का ट्रेनर उन्हें रोज एक टास्क देता ता था की उन्हें कम से कम 500 फ़ोन कॉल्स करना है और ग्राहक बनना है।  जिसके ज्यादा ग्राहक उसके ज्यादा ब्रोकर बनने के चांस।  उनका ऑफिस टाइमिंग होता था 10 से 6 लेकिन प्रॉब्लम ये थी की उसे अपने बेटे को जिसे वो एक    डे केयर वालो के यंहा छोड़कर कर आता था वो सिर्फ 4 बजे तक ही उसे रखती थी उससे ज्यादा नहीं इस वजह से उसे अपना टास्क 4 बजे तक खत्म  करना होता था।  इसलिए वो ग्राहकों से फ़ोन पर बात करने के बाद उस फ़ोन को निचे भी नहीं रखता और दूसरी कॉल लगा लेता इससे उसका फ़ोन निचे रखने और फिर से उठाने वाला टाइम बच जाता और कॉल ज्यादा होती थी।  वो पुरे दिन पानी भी नहीं पीता क्यूंकि उसका मानना था की अगर वो पानी पियेगा तो उसे टॉइलट जाना पड़ेगा जिसमे उसका टाइम वेस्ट होगा।  इसलिए वो ये सारे कॉल्स 4 बजे तक खत्म कर लेता था।  जो काम सभी 6 बजे तक करते थे।  ऐसा कई दिनों तक चलता रहा क्यूंकि वो दिन भर उस कंपनी में रहता इस वजह से वो अपने मेडिकल एकुप्मेंट नहीं बेच पाया और अपना  किराया नहीं दे पाया।  जिस वजहे से उसे घर से भी बाहर निकाल दिया। अब उसके पास रहने को घर नहीं था अब वो और उसका बेटा दोनो ही बेसहारा हो गए।

तब उसे समझ नहीं आ रहा था की वो करे तो क्या करे क्यूँकी उसके पास पैसे भी नहीं थे।  की वो और कंही जा कर रह ले। तब उसने निश्चेय किया कि वो और उसका बेटा दोनों रात को एक पब्लिक टॉयलेट में ही रहेगे  कई लोग रात को आये और गेट को खटखटाते रहे।  पर और वो अंदर ही बैठा रहा और रात भर रोता रहा। लेकिन उसने हार नहीं मानी और अपने सपने को पूरा करने के लिए वो भरपूर मेहनत करता रहा और सारी कठिनाईओ को सेहत रहा।

इस बीच जब उसका बेटा उससे जब भी पूछता के पापा आप ये क्यों करते हो  सब लोग कहते है की आप नहीं कर पाओगे।  तो वो अपने बेटे से एक ही बात कहता की बेटे कभी भी किसी को ये कहने का मौका मत देना की तुम नहीं कर पाओगे।  और कोई कहता भी है की तुम नहीं कर पाओगे तो ये वो लोग होते है जो खुद तो कुछ कर नहीं पाए और अपनी नाकामी को दुसरो पर थोपते है तुम चाहे कुछ भी हो जाये अपने सपने को मत टूटने देना क्यूंकि अगर सपना ही टूट गया तो जीने की वजह ही खत्म हो जाएगी और धीरे धीरे तुम भी खत्म हो जाओगे। वो इन्ही बातो से अपने बेटे को जो की अभी 5 साल का ही था समझाता रहता । 

और इधर उसके इंटर्नशिप का समय भी  खत्म  होता जा रहा था। और एक दिन उसकी एग्जाम भी आ ही गयी अब उसे नहीं पता था की उसके साथ क्या होने वाला है।  और जब रिजल्ट आया तो उसे जब सीनियर स्टॉक ब्रॉकर्स ने उसे बुलाया तो वो समझ गया की आज उसका आखरी दिन है उस कंपनी में. और उसने ये सीनियर स्टॉक ब्रोकर्स से कह ही दिया की हाँ वो जानता है की उसका आज आखरी दिन है। लेकिन ऐसा नहीं था जब उन सीनियर स्टॉक ब्रॉकर्स ने उससे कहा की  कल से तुम्हारा पहला दिन है AS AN STOCK BROKER  हम तुम्हे एक स्टॉक ब्रोकर बनाते है।

और उससे उन्होंने जाते हुए एक सवाल पूछा क्या स्टॉक ब्रोकर बनना तुम्हारे लिए आसान था। तो उसने जवाब दिया नो सर स्टॉक ब्रॉकर बनना आसान नहीं था। ये व्यक्ति और कोई नहीं क्रिस गार्डनर थे। जो की आज  अमेरिका के बिजनेसमैन , इन्वेस्टर और मोटिवेशनल स्पीकर है।

Moral Of the Story - हम जिन चीजों को आसान समझते है वो उतनी आसान होती नहीं।  लेकिन हम उसे आसान बना सकते है अपने विश्वास और  द्रढ़निश्चेय से.



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